सिनेमा के लाभ और हानि हिंदी निबंध Cinema Boon or Bane Essay in Hindi: आज का युग चलचित्रों का युग है। आए दिन नए-नए चलचित्र प्रदर्शित होते रहते हैं। आधुनिक विज्ञान का यह सबसे दिलचस्प आविष्कार हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन गया है। बड़े-बड़े शहरों से लेकर कस्बों और गाँवों में भी सिनेमा-घर खुल गए हैं। अमीर और गरीब सभी उसके आशिक हैं।
सिनेमा के लाभ और हानि हिंदी निबंध Cinema Boon or Bane Essay in Hindi
मनोरंजन का प्रमुख साधन
चलचित्र मनोरंजन का सबसे लोकप्रिय साधन है । भिन्न-भिन्न रुचिवाले सभी स्तर के लोग चलचित्रों से अपने मनोरंजन की भूख मिटाते हैं । चलचित्र को दिलचस्प कहानी, मधुर गीत-संगीत और निर्माण कला देखकर हमारी ऊब और थकान गायब हो जाती है। हम अपनी चिंता-व्यथा भूलकर ताजगी अनुभव करते हैं।
सामाजिक समस्याओं का समाधान
कुछ उत्तम कोटि के चलचित्र समाज-सुधार का अनोखा काम करते हैं। डाकू-समस्या, बेकारी, विधवा-विवाह, दहेज, भ्रष्टाचार, श्रम की महिमा, देशप्रेम, भाईचारा आदि पर बने चित्र लोगों को सुधार की प्रेरणा देते हैं।
शैक्षणिक योगदान
चलचित्र शिक्षा के प्रसार में भी बड़े उपयोगी हैं। इसके द्वारा वैज्ञानिक और भौगोलिक ज्ञान को अच्छी तरह प्रस्तुत किया जा सकता है। रामायण और महाभारत के प्रसंगों पर बने चित्र लोगों को सत्य, सदाचार और न्याय की प्रेरणा देते हैं । ऐतिहासिक फिल्में अपने युग का आइना बनकर हमें प्रभावित करती हैं । चलचित्र राष्ट्रीय एकता बढ़ाते और राष्ट्रभाषा का प्रचार भी करते हैं।
समाज पर बुरे परिणाम
सस्ते और रोमांचक चलचित्र समाज पर बुरा असर भी डालते हैं। इनके कारण समाज में फैशन, दिखावा और निरंकुशता की वृत्तियाँ फैलती हैं । सिनेमा के अश्लील और हिंसात्मक दृश्यो, भद्दे गीतों और पाश्चात्य नृत्यों के कारण लोगों में बुरे संस्कार पैदा होते हैं। कुछ फिल्में लोगों को हत्या, शोषण, चोरी, डकैती, तस्करी जैसी बुराइयों की ओर ले जाती हैं । सचमुच, ऐसी फिल्मों से लोगों के चरित्र का पतन होता है।
शासन का कर्तव्य
यदि हमारी सरकार और निर्माता अच्छे और सोद्देश्य चलचित्र बनाएँ तो निस्संदेह वे राष्ट्र और समाज के उत्थान का सबल साधन बन सकते हैं। जो काम बड़े-बड़े उपदेशक नहीं कर सकते, वह चलचित्र सरलता से कर सकते हैं। समाज को प्रगति की और ले जाने में नेता भले असफल रहें, पर अभिनेता इस कार्य में पूरी तरह सफल हो सकते है।