मनोरंजन के आधुनिक साधन हिंदी निबंध Modern Means of Entertainment Essay in Hindi: कठिन परिश्रम के बाद मनुष्य मनोरंजन चाहता है । ऐसा मनोरंजन जिससे उसकी रगों में नवीन स्फूर्ति का संचार हो, उनके हृदय की बेचैनी गायब हो जाए और मन की भूख मिट जाए । मनुष्य ने अपनी इस आवश्यकता की पूर्ति के लिए मनोरंजन के अनेक तरीके और नाना प्रकार के साधन खोज निकाले हैं।
मनोरंजन के आधुनिक साधन हिंदी निबंध Modern Means of Entertainment Essay in Hindi
मनोरंजन का प्राचीन स्वरूप
पुराने जमाने में यूत, नृत्य और संगीत आर्यों के मनोरंजन के प्रिय साधन थे। शिकार खेलना, अस्त्र-शस्त्र चलाना, रथ-दौड आदि के द्वारा भी प्राचीन काल में मनोरंजन प्राप्त कर लिया जाता था । मनोरंजन की भूख मिटाने के लिए मनुष्य कभी-कभी पशु-पक्षियों की, तो कभी-कभी भेंड़ों और भैसों की लड़ाइयाँ करवाता था।
मनोरंजन के आधुनिक साधन
आज लोगों को कठपुतलियों के नृत्यों या बाजीगर के तमाशों में पहले जैसा आनंद नहीं मिलता। वर्षों पहले मनोरंजन के साधनों में ग्रामोफोन का महत्त्व था, लेकिन सिनेमा और रेडियो के आते ही लोग ग्रामोफोन को भूल-से गए। संगीत, नृत्य, वाद्य, वार्तालाप, कहानी और अभिनय का जो सुंदर समन्वय सिनेमा में देखने को मिलता है, वह अन्यत्र कहाँ? नाटक भी मनोरंजन का उत्कृष्ट कोटि का साधन सिद्ध हुआ है । मनोरंजन और शिक्षा की दृष्टि से रेडियो, दूरदर्शन और वीडियो का स्थान भी महत्त्वपूर्ण है। दूरदर्शन के विविध चैनलों पर प्रसारित होनेवाले कार्यक्रमों ने तो आज आबालवृद्ध का मन हर लिया है। छोटे-छोटे बच्चे ही नहीं, किशोर और युवा भी घंटो दूरदर्शन के सामने बैठे रहते हैं। सरकस, कार्नीवल आदि भी आजकल मनोरंजन के लोकप्रिय साधन है।
घरेलू और बाहरी साधन
शतरंज, ताश, चौपड़, कैरम, पिंगोंग, बैडमिंटन आदि मनोरंजन के घरेलू साधन हैं। खेलों में आज गुल्ली-डंडा, खो-खो और कबड्डी के बदले क्रिकेट, हॉकी, फुटबाल, वॉलीबाल आदि का बोलबाला है। इन खेलों के आंतरराष्ट्रीय मैच देखने के लिए लोग मैदान और स्टेडियम में उमड़ पड़ते हैं। क्रिकेट मैचों के रोमांच का तो कहना ही क्या ! घुड़दौड और एथलीट्स भी लोगों को आकर्षित करते है।
साहित्यिक मनोरंजन
साहित्य के अध्ययन से तो हृदय की कली खिल जाती है। उपन्यास और कहानी द्वारा प्राप्त होनेवाले मनोरंजन में लोगो की विशेष रुचि देखी जाती है। पत्र-पत्रिकाओं से भी ज्ञान के साथ काफी मनोरंजन प्राप्त होता है। मेले, तमाशे, यात्रा आदि द्वारा मनोरंजन तो मिलता ही है, साथ ही मनुष्य का व्यावहारिक ज्ञान भी बढ़ता है । फोटोग्राफी जैसे शौक को भी कई लोग मनोरंजन का साधन मानते हैं।
जीवन में मनोरंजन का स्थान
जीवन को सरस बनाने के लिए और जीवन का वास्तविक आनंद पाने के लिए मनोरंजन आवश्यक है। अतएव प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन में अपनी रुचि के अनुसार मनोरंजन को उचित स्थान देना चाहिए।